नई दिल्ली। राज्यसभा में आज 41 नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाये जाने के बाद विपक्षी सदस्यों के विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन, आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने , तथा दलितों के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया जिससे सभापति को जरूरी दस्तावेज पटल पर रखवाए बिना ही कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। हंगामे के कारण सदन में लगातार 19 वें दिन शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका।
कार्यवाही शुरू होते ही उच्च सदन में चुनकर आये नये सदस्यों को सदस्यता की शपथ दिलायी गयी। सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसके बाद जैसे ही विधायी दस्तावेज पटल पर रखवाने की कोशिश की अन्नाद्रमुक , द्रमुक , तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य तेजी से आसन की ओर लपके।
इनके हाथ में पोस्टर और बैनर थे। इन सदस्यों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए। नायडू ने सदस्यों से कहा कि वे विधायी दस्तावेज पटल पर रखने दें जिसके बाद वह उनकी बात सुनने को तैयार हैं लेकिन सदस्यों के भारी हंगामे को देखते हुए उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्षी सदस्यों ने इन मुद्दों को लेकर भारी हंगामा किया है जिसके कारण सदन में कोई खास विधायी कामकाज नहीं हो सका है।