नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट में बहुत जल्द फेरबदल होने वाला है। सूत्रों के मुताबिक महीने के अंत तक मोदी अपनी कैबिनेट में नए लोगो को शामिल करेंगे। खबर है कि लगातार रेल हादसों की वजह से इस्तीफे की पेशकश करने वाले सुरेश प्रभु की छुट्टी तभी होगी।
वहीं, सबसे मन एक सवाल उठ रहा है कि अगर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रभु का इस्तीफा स्वीकार कर लिया तो रेल मंत्री की दूसरी जिम्मेदारी किसे मिलेगी? सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि मोदी नितिन गडकरी को रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी दे सकते हैं। आपको बता दें की नितिन गडकरी के साथ मनोज सिन्हा का नाम भी इस रेस में आगे आ रहा है।
परन्तु सिन्हा इस वक्त रेल राज्य मंत्री हैं। नितिन गडकरी के पास परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी है वह अपना काम को बखूबी से पूरा भी कर रहे है गड़करी के बेहतर काम को देखते हुए उन्हें रेल मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
मानसून सत्र के समाप्त होने के बाद से ही कैबिनेट फेरबदल की चर्चा शुरू हो चुकी थी, लेकिन गुजरात राज्यसभा चुनाव व उपराष्ट्रपति चुनाव के चलते फेरबदल की तारीख आगे बढ़ती चली गई। ऐसे में अब मोदी अपने तीसरे कैबिनेट फेरबदल की तैयारियों में लग गए हैं। वहीं, बुधवार को ही रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने खुद ही इस्तीफे की पेशकश का इशारा किया था। प्रभु ने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें रेल हादसों से काफी दुख हैं और इसकी नैतिक जिम्मेदारी ली हैं।
पीएम ने मुझे इंतजार करने को कहा है। सूत्रों से प्राप्त खबरों के मुताबिक, सरकार उनका इस्तीफा रेल दुर्घटनाओं से जोड़कर नहीं दिखाना चाहती, इसलिए उन्हें इंतजार करने को कहा गया है। चीन विवाद की वजह से रक्षा मंत्रालय पर भी सबकी नजर लगी हैं। इसके चलते दक्षिण के कुछ चेहरे पीएम मोदी के कैबिनेट में दिखाई दे सकते हैं।