नई दिल्ली। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र लिख कर अपने बुधवार के भाषण से 'रायशुमारी' शब्द को हटा कर उसकी जगह 'चर्चा' लिखने का अनुरोध किया है। स्पीकर ने इसे मान लिया।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के हालात पर बुधवार को चर्चा के दौरान सिंधिया रायशुमारी शब्द का प्रयोग करते रहे। उन्होंने कहा था कि कश्मीर में आज 'रायशुमारी' की जरूरत है। रायशुमारी उर्दू का शब्द है। इसका मतलब जनमत संग्रह होता है।
कश्मीर के संदर्भ में ये एक विवादित शब्द है क्योंकि अलगाववादी मांग करते रहे हैं कि संयुक्त राष्ट्र में गए मामले के हिसाब से कश्मीर में जनमत संग्रह कराया जाए। सिंधिया ने बुधवार को ही ट्वीट कर सफाई दे दी थी कि उनका तात्पर्य चर्चा से था।
पाक ने मनाया ब्लैक डे
मालूम हो, कश्मीर मुद्दे पर बुधवार को पाकिस्तान ने काला दिवस मनाया था। इस मौके पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी कहा था, कश्मीर भारत का अंदरूनी मसला नहीं है। भारत को कश्मीर के रहने वालों के अधिकारों का सम्मान करते हुए वहां जनमत संग्रह कराना चाहिए।
सिंधिया ने नियम 193 के तहत लोकसभा में बहस की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हालात निराशाजनक हैं। इस सरकार ने कश्मीर में संप्रग की दस साल की मेहनत को खराब कर दिया है।
उन्होंने सरकार की पाकिस्तान नीति के विफल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि ध्रुवीकरण इस सरकार का एजेंडा है। कांग्रेस ने इस विषय पर सर्वदलीय समिति गठित करने और भेजने की मांग भी की।
सिंधिया ने पीएम पर साधा निशाना
सिंधिया ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर जल रहा था और हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेश में ड्रम बजा रहे थे। उन्होंने अब तक कश्मीर के हालात पर एक शब्द भी नहीं बोला।