नई दिल्ली। अमित शाह को निर्विरोध दूसरी बार बीजेपी अध्यक्ष चुन लिया गया है। अध्यक्ष पद के लिए 17 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। अमित शाह के अध्यक्ष चुने जाने के बाद ही दिल्ली के बीजेपी दफ्तर में जश्न का माहौल शुरू हो गया। पार्टी के नेताओं ने शाह को फूल मालाओं से स्वागत किया। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष वैंकेया नायडू ने प्रेस को इसकी जानकारी दी। शाह अब 2019 लोकसभा चुनाव तक पार्टी की कमान संभालेंगे। राजनाथ सिंह से जब आडवाणी और जोशी के अनुपस्थित रहने के बारे में सवाल पूछा गया तो वे सवाल टाल गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई केंद्रीय मंत्रियों, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने आज नामांकन प्रक्रिया के दौरान पार्टी अध्यक्ष पद के लिए शाह के नाम का प्रस्ताव किया। 28 जनवरी को शाम 6 बजे बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। संसदीय बोर्ड की बैठक में चुने हुए अध्यक्ष का अभिनंदन कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
शाह के नाम का प्रस्ताव करने वालों में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अनंत कुमार, जे पी नड्डा, एम वेंकैया नायडू के अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में वसुंधरा राजे, रघुवर दास, शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य शामिल थे। मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले शाह के लिए यह पूर्ण कार्यकाल होगा जो तीन वर्षों का होगा।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि हर 3 साल में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होता है। इस बार आम सहमति बनी कि अमित शाह जी को मौका दिया जाए। इसके लिए उनको बधाई और आने वाले समय में चुनावों में जीत हासिल करेंगे। राजनाथ सिंह के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के कारण मई 2014 में शाह ने अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था।