नई दिल्ली। पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद यह साफ हो गया है कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान में तैयार की गई थी। भारत ने आतंक के उन आकाओं की पहचान भी कर ली है, जो आतंकियों के हैंडलर थे। उन्हें लगातार निर्देश दे रहे थे। इसमें सबसे प्रमुख नाम मौलाना मसूद अजहर का है। इसके अलावा उसके भाई अब्दुल रउफ असगर, मौलाना अशफाक अहमद, हाफिज अब्दुल शकूर और कासिम जान को भी हैंडलर बताया जा रहा है।
अजहर आतंक का वो सौदागर है, जिसने भारत के खिलाफ एक नहीं सौ बार साजिश रची है। वह कंधारकांड के बाद से पाकिस्तान में बैठकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहा है। उसकी अगुवाई में ही पाकिस्तान के लाहौर के पास पठानकोट हमले का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था। भारत ने पूरी जानकारी पाकिस्तान के साथ साझा करते हुए भविष्य में किसी बातचीत के लिए कड़ी कार्रवाई को एक शर्त के रूप में रखा है।
सूत्रों के मुताबिक, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष पूर्व जनरल नासिर खान जांजुआ से बात की है। उनके साथ सभी जरूरी सबूतों को साझा किया है। इन सबूतों के जरिए आरोप लगाया गया है कि पठानकोट हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता 15 जनवरी को इस्लामाबाद में प्रस्तावित भारत-पाक विदेश सचिव स्तरीय बातचीत पर सवालिया निशान लगा सकती है।
पंजाब के पठानकोट में 2 जनवरी को सुबह करीब तीन बजे छह आतंकियों ने एयरफोर्स बेस पर हमला बोला था। लगातार चार दिनों तक चले ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों ने 6 आतंकवादियों को मार गिराया। इस दौरान 7 जवान शहीद हुए, जबकि कई घायल हो गए हैं। आतंकवादी एयरबेस में रखे विमानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद के आए थे। भारत सरकार ने हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के सबूत भी पाक को सौंपे हैं।