नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले एक और गिरोह का पर्दाफाश करके इस सिलसिले में वायुसेना के एक पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। कर्मचारी को सेना से निकाल दिया गया है।
ऐसी खबर है कि इस पूर्व सैनिक को फांसने के लिए आईएसआई की ओर से किसी महिला का इस्तेमाल किया गया था। अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त रवीन्द्र यादव ने बताया कि जासूसी के आरोप में पकड़े गए कर्मचारी की पहचान के के रंजीत केके के रूप में की गई है। वह भटिंडा के वायुसैनिक अड्डे में वर्ष 2010 से तकनीशियन के तौर पर काम कर रहा था। उसे भटिंडा से पकड़ कर दिल्ली लाया गया है।
यादव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि सेना के कुछ लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का काम कर रहे हैं। इस जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस की एक टीम गठित की गई और पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी गई। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि सैन्य कर्मियों को फंसाने के लिए फर्जी ईमेल संदेशों और महिलाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है। जब इन ईमेल खातों की गहन जांच की गई तो यह खुलासा हुआ कि रंजीत को फंसाने के लिए भी ऐसे ही संदेशों को जरिया बनाया गया था।
रंजीत को ये संदेश भेजने वाली महिला ने अपना नाम दामिनी मेकनॉट खुद को ब्रिटेन की किसी मीडिया कंपनी की एक्जीक्यूटिव बताया था और कहा था कि वह एक समाचार पत्रिका निकाल रही हैं जिसके लिए उन्हें सेना से जुड़ी कुछ जानकारी चाहिए।
रंजीत इस पर महिला को वायुसेना के विमानों और उनकी तैनाती समेत वायुसेना से जुड़ी कई अहम जानकारियां उपलब्ध कराता रहा। इसके बदले में उसके बैंक खाते में मोटी रकम भेजी जाती थी। उसके मोबाइल फोन पर विदेशों से कई फोन कॉल भी आए थे। एक बार इस महिला ने फोन पर रंजीत का इंटरव्यू भी लिया था।