फ्रैंकफर्ट। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि जर्मनी और भारत के पुराने सांस्कृतिक और राजनयिक संबंध रहे हैं तथा दोनों देशों के बीच इस नयी सदी में संबंधों की नयी गाथा लिखी जा रही है। बिरला के नेतृत्व में भारतीय शिष्टमंडल ने शुक्रवार को बेलग्रेड सर्बिया में आयोजित अंतर-संसदीय संघ की 141वीं बैठक में हिस्सा लेने के बाद स्वदेश लौटने से पहले जर्मनी की आर्थिक और सांस्कृतिक राजधानी फ्रैंकफर्ट में भारतीय समुदाय के साथ मुलाकात की। उन्होंने जर्मनी में भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के लिए जर्मनी की सरकार और वहां के लोगों को धन्यवाद दिया।
बिरला ने भारतीय समुदाय को सम्बोधित करते हुए बिरला ने कहा कि जर्मनी में भारत के दूतावास और दूसरे भारतीय संगठनों ने भारत एवं जर्मनी के सांस्कृतिक और शैक्षिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के साथ-साथ राजनैतिक और आर्थिक सहयोग को भी बढ़ावा दिया है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले 4-5 वर्षो में दोनों देशों के बीच कई उच्चस्तरीय यात्राओं के कारण हमारे संबंधों को मजबूती मिली है। भारत और जर्मनी के घनिष्ठ संबंधों का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि जिस तरह से यहां बॉलीवुड फिल्मों ने नयी जगह बनाई है, उसी तरह भारत के मेक इन इंडिया कार्यक्रम को भी जर्मनी की तरफ से पूर्ण सहयोग मिला है। विश्वव्यापी आर्थिक मंदी को लेकर लोगों की शंकाओं को दूर करते हुए उन्होंने कहा की भारत की सरकार हर स्थिति से निपटने को तत्पर है।
कॉरपोरेट टैक्स में कमी का जिक्र करते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत में किसी भी तरह के आर्थिक संकट से जीतने का सामर्थ्य है। उन्होंने आगे कहा कि विश्व बैंक के ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में भी भारत की रैंक काफी सुधरी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे आने वाले समय में दोनों देशों के बीच आर्थिक सम्बन्धो में सहयोग और बढ़ सकता है। बिरला ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच संसदीय संबंधों का भी पुराना इतिहास है। 1971 से औपचारिक रूप से जर्मन बुँदेस्टाग में भारत-जर्मन संसदीय संघ के बनने के बाद से दोनों देशों के संबंध निरंतर बढ़ते रहे हैं। हाल में दोनों देशों के सांसदों के एक-दूसरे देशों में दौरों से द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती मिली है।