नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा सांसदों से एक मिशन के तहत समाज सेवा के लिए खुद को समर्पित करने तथा कुष्ठ और तपेदिक के समूल नाश के लिए जुट जाने का आव्हान किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रसाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री ने आज भाजपा संसदीय दल की साप्ताहिक बैठक में एक मिशन के तहत समाज सेवा तथा कुष्ठ रोग और तपेदिक के उन्मूलन के लिए काम करने का भाजपा सांसदों से आव्हान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि तपेदिक के उन्मूलन के लिए विश्व समुदाय की ओर से तय किए गए समयावधि वर्ष 2030 की तुलना में भारत ने 2025 की समयसीमा तय की है।
जोशी ने कहा कि मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का वह उदाहरण भी दिया, जिसमें एक कुष्ठरोग अस्पताल के उद्घाटन के आमंत्रण पर उन्होंने (गांधीजी) कहा था, ‘‘ मैं इस अस्पताल के दरवाजे बंद करना पसंद करुंगा।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा, ‘‘ यह गांधीजी के विचार थे। उनका मानना था कि भारत को कुष्ठरोग मुक्त होना चाहिए और यही हमारा मिशन हो सकता है।’’ एक अन्य पार्टी पदाधिकारी ने कहा, ‘‘ निर्वाचित सांसदों के संसदीय दायित्वों के अलावा भी यह काम किया जा सकता है।’’
उन्होंने कहा कि बैठक में जल संकट पर भी गहन चर्चा की गयी और प्रधानमंत्री ने पार्टी सांसदों से कहा कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के अधिकारियों के साथ बैठ कर इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास कर सकते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से दोनों सदनों में पार्टी के निर्वाचित सदस्यों से कहा कि उन्हें स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर अविकसित क्षेत्रों में परियोजनाएं शुरू करनी चाहिए। बैठक में प्रधानमंत्री ने पार्टी सांसदों से अपील की कि वे संसद के दोनों सदनों में अपनी नियमित उपस्थिति एवं दायित्वों को लेकर सजग रहें। इससे पहले प्रधानमंत्री ने संसद में सांसदों की गैरमौजूदगी को लेकर नाखुशी जतायी थी।