29 Mar 2024, 19:44:03 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

नई दिल्ली। देश में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए पिछले एक साल के दौरान फसलों की 18 बायोफोर्टिफाइड किस्मों समेत कुल 223 नई किस्में विकसित की गयी है । भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक त्रिलोचन महापात्रा ने परिषद के 91 वें स्थापना दिवस के अवसर पर यह जानकारी दी । फसलों की पैदावार बढाने के लिए पिछले एक साल के दौरान 1.5 लाख क्विंटल प्रजनक बीज राज्यों को उपलब्ध कराये गये हैं । सोयाबीन की एक नयी किस्म का विकास किया गया है जिसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन है ।
 
इस दौरान क्वालिटी प्रोटीन मेज का भी विकास किया गया है जिसमें विटामिन ए भी है । यह मक्का वजन बढाने में कारगर भूमिका निभाता है । सब्जियों की 35 किस्मों का विकास किया गया है और अमरुद एवं केला के निर्यात के लिए पैकेजिंग प्रोटोकाल का विकास किया गया है । महापात्रा ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर कालीमिर्च की पैदावार के लिए नये क्षेत्रों को खोजा जा रहा है । इस दौरान पशुधन के 15 नये नस्लों तथा 184 देसी नस्लों का भी निबंधन किया गया है ।  पशुओं के मुंहपक खुरपक बीमारी तथा वर्ड फ्लू से मुक्ति के प्रयास किये जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि देश में 104 कृषि स्टर्ट अप कार्य कर रहे हैं । 
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