नई दिल्ली। सत्ता पक्ष ने किसानों, गरीबों और महिलाओं के विकास के लिए मोदी सरकार के कार्यकाल में किये गये जनहित कार्यक्रमों को लोकसभा चुनाव में अपनी विजय और हार के लिए विपक्षी दलों को आत्मावलोकन और आत्ममंथन करने की सलाह दी है तथा ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ का समर्थन करने वाले राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसे लोगों को देश में रहने का अधिकार नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार को धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए लघु सुक्ष एवं माध्यम उद्योग राज्य मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने विपक्ष को आत्म निरीक्षण तथा आत्म चितन करने की सलाह दी।
केन्द्रीय मंत्री प्रताप चंन्द्र सारंगी सारंगी ने लोकसभा में चर्चा की शुरुआत करते हुए ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या ऐसे लोगों को देश में रहने का अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग कहते हैं कि भारत के टुकड़े-टुकड़े करने तक जंग रहेगी, और पाकिस्तान जिदाबाद, अफजल गुरू जिदाबाद, क्या ऐसे लोगों को देश में रहने का अधिकार है?’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विकास और जन-सहभागिता के रथ पर सवार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सत्ता में दोबारा आने का मुख्य कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का किसान, जवान, महिला, व्यवसायी, दलित और पिछड़ों का हिमायती होना है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपनी हार का आत्मावलोकन और मंथन करना चाहिये कि कोई गैर-कांग्रेसी सरकार पहली बार की तुलना में और अधिक बहुमत से कैसे जीतकर आ गयी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मोदी के पिछले पाँच साल के कार्यकाल में किये गये कामकाज की सफलता को स्वीकार कर उनका अभिनंदन करना चाहिये और खुद को जनता द्वारा नकार दिये जाने पर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कार्यकाल में नीतिगत पंगुता थी और घोटाले पर घोटाले हो रहे थे, जबकि तत्कालीन प्रधानमंत्री मूकदर्शक बने रहते थे। सारंगी के प्रस्ताव का अनुमोदन उनकी पार्टी की हिना गावित ने किया।