नई दिल्ली। रोहित शेखर तिवारी की मां उज्ज्वला ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने बेटे को पहले ही उसकी पत्नी अपूर्वा के व्यव्हार को लेकर चेतावनी दी थी। हालांकि रोहित मामले को सुलझाना चाहता था इसलिए लगातार अपूर्वा से बातचीत जारी थी। उज्ज्वला के मुताबिक रोहित उनके काफी करीब था जिस बात से अपूर्वा को काफी चिढ़ होती थी और वो उसे बार-बार 'ममाज बॉय' कहकर ताने भी दिया करती थी।
उज्ज्वला ने बताया कि रोहित को छोड़कर जाने के बाद अपूर्वा ने रोहित को 2 बार कानूनी नोटिस भेजा था। उज्ज्वला ने कहा, 'उसने (अपूर्वा) रोहित को कानूनी नोटिस भेजकर धमकी दी थी कि अगर उसने उसके साथ सुलह नहीं की तो वह उसके खिलाफ फौजदारी या दीवानी कार्रवाई करेगी। अपूर्वा ने ये नोटिस भी तब भेजे जब उज्ज्वला अस्पताल में भर्ती थीं और रोहित काफी परेशान था।
उज्ज्वला के मुताबिक उन्होंने रोहित को समझाया था कि शांति से तलाक ले ले और अगर वो चाहती है तो हम गुजारा भत्ता देने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन वो नहीं माना। उज्जवला ने बताया - उसने (रोहित शेखर) मुझसे कहा कि हमारे परिवार में काफी विवाद हुए हैं अगर मैं पत्नी से अलग होता हूं तो इससे और अधिक विवाद होगा। मैं उसे जून तक का समय देता हूं, शायद वह बदल जाए।
पिछले साल 12 सितंबर को रोहित की सर्जरी हुई थी और अगले दिन उज्ज्वला वकील वेदांत वर्मा के घर पर अपूर्वा से मिलने वाली थीं। लेकिन जब वह अपूर्वा का इंतजार कर रही थीं, तब रोहित ने उन्हें बताया कि उसने पत्नी के साथ सुलह कर ली है। 75 वर्षीय उज्ज्वला ने कहा कि रोहित ने अपूर्वा से सुलह इसलिए की कि वह चाहता था कि उसके पिता (उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन. डी. तिवारी) की अंतिम यात्रा शांतिपूर्ण हो।