मॉस्को। चीनी वायु सेना ने रूस से चौथी पीढ़ी के बहुउद्देशीय लडाकू विमान सुखोई -35 ‘ फाल्कन -ई’ की अंतिम खेप हासिल कर ली है। संघीय सेवा के अनुसार सौदे की अनुपालना के तौर पर विदेशी ग्राहक को सभी सुखोई 35 की आपूर्ति कर दी गई है। इन 24 सुखोई विमानों के सौदे की कुल कीमत ढाई अरब डालर से अधिक है और दोनों पक्षों के बीच यह सौदा 2015 में हुआ था।
इस सौदे में ग्राउंड उपकरण तथा रिजर्व इंजन भी शामिल हैं। समाचार एजेंसी इतर तास ने बताया कि चीन को पहले चार सुखोई 35 विमानों की खेप 2016 में हुई थी। चीन इन श्रेणी के लडाकू विमानों को हासिल करने वाला पहला विदेशी खरीदार है तथा इंडोनेशिया दूसरा विदेशी खरीदार है। यह विमान चौथी पीढी का है और इस सुपरसैनिक जेट ने पहली बार 19 फरवरी 2008 को उडान भरी थी और यह सुखोई 27 विमानों का उन्नत संस्करण है।
इसका वजन 19 टन है और यह अधिकतम 2500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है तथा इसमें एक ही पायलट बैठ सकता है। रूसी वायु सेना इस तरह के विमानों का इस्तेमाल 2015 से कर रही है। इसमें 30 मिमी की एयरक्राफ्ट गन है और इस पर आठ टन तक का भार(मिसाइलें तथा विभिन्न किस्म के बम) लादे जा सकते हैं।