बीजिंग। आतंकवाद के बढ़ते खतरे के मद्देनजर चीन ने गुलाम कश्मीर और अफगानिस्तान से लगती अपनी सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी है, ताकि अशांत झिंजियांग प्रांत में आतंकवादियों की किसी भी तरह की आवाजाही को रोका जा सके। चीन को पाकिस्तान में बढ़ रहे आतंकी संगठनों का डर सता रहा है और इसलिए वो पाकिस्तानी से सटी अपनी सीमा पर सुरक्षा को और कड़ी करेगा।
चीन को सता रहा डर
पाकिस्तान में आतंकियों की बढ़ती गतिविधियों से चीन ज्यादा खुश नहीं है। चीन को डर सता रहा है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में आतंकियों को मिल रही ट्रेनिंग उसके लिए भी खतरा है। इससे साफ है कि अपनी दोस्ती को बेहद मजबूत बताने वाले चीन और पाकिस्तान की दोस्ती उतनी भी गहरी नहीं है।
चीन नहीं चाहता ये आतंकवाद की बीमारी
माना जा रहा है कि चीन को खतरा है कि जिस तरह से पाकिस्तान में आतंकियों की पनाहगाह है और वहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है, उसे देखते हुए चीन खुद को सुरक्षित रखना चाहता है। चीन बेशक चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर जरूर बना रहा हो, पाकिस्तान को अन्य मुद्दों पर समर्थन जरूर दे रहा हो, लेकिन वो नहीं चाहता कि आतंकवाद की ये बीमारी उस तक पहुंचे।
पाक से लगती सीमा को सील करेगा चीन
चीन को चिंता है कि अवैध प्रवासी पाकिस्तान में आतंकवाद की ट्रेनिंग लेकर चीन को निशाना बनाए। इसी बात को लेकर चीन में बॉर्डर को सील करने की मांग उठी है। यह मांग खासतौर पर शिनजियांग प्रॉविंस में या कासगर प्रांत में उठी है जिसकी अधिकतर सीमा पाकिस्तान से लगती है।