नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपने कुछ पत्ते खोल दिए हैं। कर्नाटक की कुल 224 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने पहले चरण के तहत अपने 72 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। आज दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में चार घंटे चली मैराथन बैठक में भाजपा हाईकमान ने इन नामों पर अपनी अंतिम मुहर लगा दी।
रविवार शाम दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और बीएस येदियुरप्पा मौजूद थे। मीटिंग के बाद देर रात कर्नाटक के लिए पार्टी ने अपने कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी कर दी।
इससे पहले रविवार को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक हुई। इस बैठक में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के साथ-साथ 2019 के आम चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा, दलित असंतोष, एनडीए के कुछ सहयोगी दलों के तीखे तेवरों समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नामों पर मंथन हुआ। सूची में बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा का भी नाम शामिल है। वह शिकारीपुरा सीट से चुनाव में उतरेंगे।
75 साल के येदियुरप्पा लिंगायत नेता हैं। राज्य में 17% लिंगायत वोटर हैं। वे 2007 में एक बार सात दिनों के लिए और बाद में 2008 में सीएम बने। 2008 में उन्होंने अपने दम पर भाजपा को जिताया। भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद पार्टी की ओर से उन पर दबाव बना। उन्हें 2011 में मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा।
इससे नाराज होकर येदियुरप्पा ने 2012 में भाजपा ही छोड़ दी और कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) का गठन किया। उनके पार्टी से अलग होने के बाद 2013 में भाजपा चुनाव हार गई। उसे सिर्फ 40 सीटें मिलीं। 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त मोदी उन्हें फिर बीजेपी में ले आए। इस चुनाव में भाजपा को राज्य की 28 में से 17 लोकसभा सीटें मिलीं।