नई दिल्ली। दिल्ली के विधायक कम सैलरी की वजह से परेशान हैं। इतने परेशान हैं कि उन्होंने तर्क दिया है कि कम सैलरी की वजह से उनकी शादी नहीं हो पा रही। दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को एक बार फिर विधायकों की कम सैलरी का मुद्दा गुंजा, जिस पर भाजपा विधायकों का भी साथ मिला है।
इस मुद्दे पर करोलबाग से आम आदमी पार्टी के विधायक विशेष रवि ने कहा कि दिल्ली के विधायकों की सैलरी 12 हजार है। घर नहीं चल पा रहा है। जनता को झूठी जानकारी है। कोर्ट में जज भी मानकर बैठे हैं कि सैलरी 2.5 लाख रुपए है। आप विधायक मनोज कुमार और दिनेश मोहनिया ने सैलरी स्लिप मांगी है। उन्होंने कहा कि जनता कहती है कि पिछले साल विधायकों ने अपनी सैलरी बढ़ा ली, लेकिन यह सच नहीं है।
नहीं आ रहे रिश्ते
विधायकों ने दर्द बयां करते हुए कहा कि कम सैलरी की वजह से कुंवारे विधायकों शादी ही नहीं हो पा रही है, रिश्ते तक नहीं आ रहे हैं। इस दौरान उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कमेटी बनाने का एलान किया, जो गृह मंत्री मुलाकात करेगी। यह मामला पिछले पिछले साल भी विधानसभा में उठा था, तब आप विधायक राखी ने सदन में कहा था कि कई विधायकों की अभी शादी नहीं हुई है। ये विधायक अपना घर बसाना चाहते हैं और जीवनसाथी की तलाश भी कर रहे हैं।
केंद्र ने नहीं दी मंजूरी
आप की सरकार ने विधायकों का वेतन चार गुना करने का प्रस्ताव किया था। ऐसा होता तो विधायकों को भत्ता छोड़कर वेतन के रूप में करीब दो लाख रुपए मिलते, लेकिन केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी नहीं दी।