नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तीन दिवसीय जापान यात्रा के लिए बुधवार को रवाना होंगी। वे वहां अपने जापानी समकक्ष तारो कोनो के साथ नौवें भारत-जापान रणनीतिक संवाद की सह-अध्यक्षता करेंगी। इसमें भारत की ओर से तकनीकीकरण को मुख्य आधार बनाने पर बल दिया जाएगा। सुषमा 28 से 30 मार्च तक जापान में रहेंगी। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच एक विशेष सामरिक और वैश्विक भागीदारी का निष्कर्ष निकला था।
जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने सितंबर 2017 में भारत का दौरा किया और हाल के वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिली है। भारत और जापान परमाणु ऊर्जा, रक्षा तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में एक मजबूत सहयोग के रूप में उभरे हैं। गौरतलब है मुंबई से अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना जापान में शिंकानसन सुपर स्पीड ट्रेनों पर आधारित होगी, जिसका उद्घाटन गत वर्ष दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने किया था। आज के दौर में भारत जापान में सबसे ज्यादा निवेश करने वाला देश है।