नई दिल्ली। देश भर में रहने वाले खानाबदोश, घूमंतू जातियों और जनजातियों व भिखारियों को अन्य पिछड़ा वर्ग की अनुसूची में शामिल करने की सिफारिश पिछड़ी जातियों के एक संगठन ने की है। संगठन ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग से इन जातियों को ओबीसी की 'ए' सूची में शामिल करने को कहा है। पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर ओबीसी जातियों के वर्गीकरण के लिए आयोग का गठन किया गया था। इस आयोग के गठन का उद्देश्य अति पिछड़ी जातियों को आरक्षण का लाभ दिलाना है। बैकवर्ड क्लासेज वेलफेयर असोसिएशन के अध्यक्ष आर. कृष्णैया ने आयोग को पत्र लिखकर भिखारियों, घूमंतू जातियों और खानाबदोश समूहों को ओबीसी की 'ए' लिस्ट में शामिल किए जाने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि शिल्पकारी और अन्य कारीगरी वाले कार्यों से जुड़ी जातियों को जिनका नौकरी और शिक्षा में प्रतिनिधित्व आबादी के अनुपात में 50 फीसदी से कम है, उन्हें भी ओबीसी की ग्रुप बी लिस्ट में शामिल किया जाना चाहिए। पत्र के मुताबिक शिक्षा और रोजगार में आबादी के अनुपात में 50 फीसदी से अधिक शिल्पकारी और अन्य कारीगरी वाले कार्यों से जुड़ी जातियों को ग्रुप सी में शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा खेती और अन्य उद्योगों से जुड़ी जातियों को ग्रुप डी में शामिल करना चाहिए। पत्र के मुताबिक हरिजनों, ईसाइयों और मुस्लिमों की कुछ जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग की 'ई' सूची में शामिल किया जाना चाहिए।