नई दिल्ली। भारतीय सेना ने म्यांमार सीमा पर एक बार फिर नगा उग्रवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार तड़के करीब पौने पांच बजे नगा उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में उन्हें भारी नुकसान हुआ है। शुरुआती जानकारी में इसे सेना की सर्जिकल स्ट्राइक माना जा रहा था, लेकिन सेना ने कहा है कि उसने सीमा पार किए बगैस इसे ऑपरेशन को अंजाम दिया है। म्यांमार सीमा पर लांग्खू गांव में उग्रवादियों के कैंम्प पर हमला किया गया है, जिसमें नगा उग्रवादियों को काफी नुकसान हुआ है।
भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड की ओर से जानकारी दी गई है कि सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ है। बता दें कि ठीक एक साल पहले 28-29 सितंबर की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसमें आतंकियों के कई लॉन्चिंग पैड तबाह कर दिए गए थे। सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है पर यह जरूर कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
एनएससीएन (के) के कई उग्रवादी इस कार्रवाई में मारे गए हैं। इससे पहले जून 2015 में भारतीय सेना ने क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन में म्यांमार की सीमा में घुसकर 15 उग्रवादियों को मौत की नींद सुला दिया था। भारतीय सेना ने मणिपुर के चंदेल में हुए हमले में 18 सैनिकों के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की थी। एनएससीएन (के) और केवाईकेएल के अग्रवादियों को काफी नुकसान पहुंचा था।