नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में सभी घरों तक बिजली पहुंचाने की योजना ‘सौभाग्य’ शुरू कर नवरात्रि पर गरीबों को बड़ा तोहफा दिया है। मोदी ने दीनदयाल उर्जा भवन में ओएनजीसी के एक कार्यक्रम में ‘सौभाग्य योजना’ लॉन्च की है। इस योजना का पूरा नाम ‘प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना’ है। इस योजना के तहत देश के गांव और शहर के गरीब परिवारों को 24 घंटे बिजली दी जाएगी। जनसंघ के संस्थापक सदस्य दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर इस योजना की शुरुआत की गई। योजना को 31 मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री ने ओएनजीसी के नए कापोर्रेट ऑफिस ‘दीन दयाल ऊर्जा भवन’ को राष्ट्र को समर्पित करते हुए इस योजना की शुरुआत की। इस योजना पर कुल 16320 करोड़ रुपए खर्च आएगा। फिलहाल सरकार ने इसके लिए 12 हजार 320 करोड़ रुपए बजटीय आवंटन किया है। योजना से तीन करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। योजना के तहत हर घर को 5 एलईडी बल्ब, एक पंखा और एक बैटरी दी जाएगी। साथ ही सरकार बिजली उपकरणों के मरम्मत का खर्च भी पांच साल तक उठाएगी।
न्यू इंडिया के हर घर में बिजली
पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना के न्यू इंडिया के हर घर में बिजली पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल के बाद भी 4 करोड़ घर ऐसें हैं जहां अभी भी बिजली नहीं हैं। आज भी इन घरों के लोग मोमबत्ती, ढिबरी और लालटेन से पढ़ते हैं और इन घरों में महिलाओं को अंधेरे में खाना बनाना पड़ता है।
गरीब को मिलेगा फ्री कनेक्शन
पीएम मोदी ने कहा कि बिना बिजली वाले घरों में जब बिजली का कनेक्शन पहुंचेगा, तभी उनका भाग्य बदलेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी गरीब से बिजली कनेक्शन का कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। सरकार घर-घर जाकर बिजली का कनेक्शन देगी। 16 हजार करोड़ से ज्यादा का खर्च इस योजना पर आएगा। इसका बोझ किसी गरीब नहीं डाला जाएगा। सरकार पूरा खर्च वहन करेगी। गरीब को सौभाग्य का सकंल्प हम सिद्ध करके रहेंगे। योजना के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज (सोमवार) नवरात्रि का पांचवां दिन है और इस दिन स्कंध माता की पूजा की जाती है। पिछले वर्ष आज के ही दिन हमने गरीब कल्याण वर्ष शुरू किया था। मोदी ने कहा कि किसने सोचा था कि कभी ऐसी सरकार आएगी, जो 30 करोड़ गरीबों के लिए बैंक खाते खुलवाएगी।
2011 की जनगणना के आधार पर पहचान
इस योजना के तहत बिजली कनेक्शन के लिए 2011 की सामाजिक, आर्थिक और जाति जनगणना के आधार पर पहचान की जाएगी। जो व्यक्ति जनगणना में शामिल नहीं हैं, उन्हें 500 रुपए में कनेक्शन दिया जाएगा, जो दस किश्तों में वसूला जाएगा। घर में एक एलईडी बल्ब और मोबाइल चार्जर का कनेक्शन दिया जाएगा। घर के मुखिया की फोटो खींचकर बिजली देने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
-31 मार्च, 2019 तक योजना पूरी करने का लक्ष्य
16320 करोड़ रुपए आएगा खर्च
12 हजार 320 करोड़ रुपए बजटीय आवंटन
3 करोड़ लोगों को लाभ
बोल अनमोल
-मैंने भी बचपन में मिट्टी के तेल का दिया जलाकर पढ़ाई की
-हम ‘बिजली संकट’ से ‘बिजली सरप्लस’ की तरफ जा रहे हैं
-पिछले तीन सालों में बिजली क्षमता लक्ष्य से 12% बढ़ी