नई दिल्ली। देशभर में ब्लू व्हेल चैलेंज गेम खेलने के बाद हो रही बच्चों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने केंद्र सकरार को इस मामले में नोटिस जारी करते हुए तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है।
गेम खेलने से लगातार हो रही बच्चों की मौत के बाद इस गेम के खिलाफ मदुरै के 73 साल के एडवोकेट पोन्नियम ने याचिका दायर कर मांग की थी कि सुप्रीम कोर्ट जानलेवा ब्लू व्हेल गेम पर रोक लगाए। पोन्नियम ने अपनी याचिका में कहा है, 'ब्लू व्हेल गेम को लेकर अलग-अलग अदालतों में मुकदमे चल रहे हैं, लेकिन अभी तक पूरे देश में इस पर रोक नहीं लग पाई है।'
पोन्नियम ने कहा कि रोक नहीं लगने की वजह से बच्चों द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। याचिका में यह भी कहा गया है कि कोर्ट सभी राज्य सरकारों को आदेश दे कि वो लोगों के बीच इस खेल को लेकर सामाजिक जागरुकता फैलाएं।
ये है ब्लू व्हेल चैलेंज गेम
ब्लू व्हेल चैलेंज गेम में यूजर्स को सोशल मीडिया के जरिए 50 दिन में कुछ चैलेंज को पूरा करने के टास्क दिए जाते हैं, जिसमें अंतिम टास्क में यूजर्स को सुसाइड जैसे चैलेंज भी दिए जाते हैं।
ब्लू व्हेल चैलेंज के खिलाफ एक और याचिका
गुरमीत सिंह ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर ब्लू व्हेल गेम पर रोक लगाने की मांग की और साथ ही इंटरनेट पर भी ब्लू व्हेल चैलेंज से संबंधित किसी भी सामग्री को अपलोड करने की मांग की। इस गेम के ऑनलाइन लिंक को गूगल, फेसबुक और अन्य वेबसाइटों से हटाने के लिए मांग भी की गई है।