नई दिल्ली। कांग्रेस ने संगठन स्तर पर एक बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने सुष्मिता देव को आॅल इंडिया महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है। अब तक महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी संभाल रहीं शोभा ओझा को हटा दिया गया है। ओझा को संगठन में क्या जिम्मेदारी दी जाएगी इसे लेकर पार्टी ने अभी साफ नहीं किया है। सुष्मिता देव 16वीं लोकसभा में सांसद हैं। वे वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में असम की सिल्चर सीट से चुनाव जीती। सुष्मिता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी निभा रही थीं। लोकसभा और संगठन में मुखर होने की वजह से ही राहुल गांधी की युवा टीम में भी उन्होंने अपनी जगह बनाई है।
कांग्रेस ने मप्र में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यहां भी फेरबदल किया है। कांग्रेस ने प्रदेश के प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश को हटा दिया है। बताते हैं प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव पर भी गाज गिर सकती है।
मप्र में भी बदलाव
संगठन की गाड़ी पटरी पर लाने की कसरत के तहत कांग्रेस हाईकमान ने मध्यप्रदेश के प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश को हटा दिया है। अब तक पार्टी के राष्ट्रीय सचिव दीपक बाबरिया को महासचिव पद पर प्रमोशन देते हुए मप्र का जिम्मा सौंपा है। बाबरिया के साथ जुबेर खान और संजय कपूर की मप्र के प्रभारी सचिव के रूप में नियुक्ति की गई है। मोहन प्रकाश को हटाया जाना कांग्रेस की अंदरूनी सियासत के लिए मायने रखता है। खासकर यह देखते हुए कि कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे पार्टी दिग्गजों के साथ मोहन प्रकाश के समीकरण नहीं बन पाए। प्रभारी के रूप में उनका पूरा झुकाव प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की ओर था। गुटीय खेमों में बंटी मप्र कांग्रेस के अलग-अलग गुटों के नेता और क्षत्रप इसे लेकर हाईकमान से उनकी बार-बार शिकायत भी करते रहे थे। प्रकाश के अलावा मप्र के प्रभारी सचिव राकेश कालिया को भी हटा दिया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष की भी हो सकती है छुट्टी
मप्र के राष्ट्रीय प्रभारी के बदलाव के साथ ही अब यह तय माना जा रहा कि प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की भी जल्द छुट्टी हो सकती है। सूबे के अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवराजसिंह चौहान को कड़ी टक्कर देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व किसी बड़े चेहरे को मैदान में उतारने पर गंभीर है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और युवा चेहरे के तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया इस लिहाज से कांग्रेस के चेहरे के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं।