श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने गुरूवार को एक बार फिर आसमान में एक बड़ी छलांग लगाई है। इस बार एक ऐसे सैटेलाइट को लॉन्च किया गया है जिसे पूरी तरह से देश के निजी क्षेत्र ने मिलकर तैयार किया है।
इस सैटेलाइट नाम IRNSS-1H है। इसे शाम 6.59 बजे इसे श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी 39 रॉकेट की मदद से छोड़ा गया। यह इंडियन रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम का आठवां सैटेलाइट है। 1425 किग्रा वजनी यह सैटेलाइट आईआरएनएसएस-1 ए की जगह लेगा, जिसकी न्यूक्लियर वॉचेज ने काम करना बंद कर दिया है।
इसरो के मुताबिक, बेंगलुरु की अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजी द्वारा जो सैटेलाइट बनाया गया है वो नाविक श्रृंखला का है और इससे देश में जीपीएस की गुणवत्ता बेहतर होगी। यह पहला मौका है जब किसी सैटलाइट को बनाने में प्राइवेट कंपनियां सीधे तौर पर शामिल हुई हैं।