नई दिल्ली। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि डोकलाम क्षेत्र में जारी तनातनी जैसी और घटनाएं चीन कर सकता है। रावत ने कहा कि चीन डोकलाम मे मौजूदा गतिरोध यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है जिसके बारे में हमें सजग रहने की जरूरत है और मुझे लगता है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं बढ़ सकती हैं।
यह बात रावत ने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग द्वारा मौजूदा भू-सामरिक स्थिति में भारत की चुनौतियां विषय पर जनरल बी सी जोशी स्मृति व्याख्यान देते वक्त कही। रावत ने कहा कि विवाद और क्षेत्र को लेकर विवादित बातें जारी हैं।
रावत ने कहा कि चीन के साथ गतिरोध को कूटनीति और राजनीतिक पहलों के जरिए सुलझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चीन की सशस्त्र सेनाओं ने तिब्बत में सैनिकों को एकत्रित करने और अभियान चलाने की क्षमताओं को तेज कर दिया है।
रावत ने कहा कि इस मामले में हमें आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए और आदे के लिए तैयार एवं सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेना को मेरा यही संदेश है कि किसी तरह की ढील न बरते। उन्होंने कहा कि चीन लगातार क्षेत्रीय सुरक्षा में अपना दबदबा बढ़ा रहा है।
रावत ने कहा कि चीन पड़ोसी देश जैसे पाकिस्तान, मालदीन, श्रीलंका और म्यामांर जैसे देशों से रक्षा और आर्थिक भागीदारी बढ़ा रहा है। रावत ने जम्मू-कश्मीर मेंहमला करने पर पाकिस्तान की आलोचना की। सेना प्रमुख ने कर्नल पुरोहित मामले पर कुछ भी कहने से यह कहकर इंकार कर दिया कि ये मामला कोर्ट के विचाराधीन है।