नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार वेंकैया नायडू देश के 13वें उपराष्ट्रपति चुने गए। भैरो सिंह शेखावत के बाद वे संघ के दूसरे उपराष्ट्रपति होंगे। 11 अगस्त को लेंगे शपथ।
वेंकैया नायडू ने विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को हराया। नायडू को 516 से ज्यादा वोट मिले। गोपालकृष्ण गांधी को केवल 244 वोट ही मिले। वे हामिद अंसारी की जगह लेंगे। अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होगा।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 98.21 प्रतिशत वोटिंग हुई। कुल 785 में से 771 वोट डाले गए.मतदान के दौरान 14 सांसद अनुपस्थित रहे।
पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर वेंकैया नायडू को बधाई दी। उन्होंने साथ ही कहा, मुझे भरोसा है कि वेंकैया नायडू राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध एक मेहनती और समर्पित उपाराष्ट्रपति के रूप में राष्ट्र की सेवा करेंगे।
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मैं कृतार्थ हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सभी पार्टी नेताओं का समर्थन देने के लिये आभारी हूं।
वेंकैया के घर जश्न का माहौल
देश के नये उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद वेंकैया नायडू के निवास पर जश्न का माहौल छा गया। पीएम मोदी और अमित शाह ने देर शाम नायडू के निवास पर पहुंच कर उनका अभिनंदन किया। मोदी ने उन्हें अंगवस्त्र और गुलाब का फूल भेंट किया तथा मिटाई भी खिलाई। शाह ने उन्हें एक गुलदस्ता भेंट किया।
कौन है वेंकैया?
वेंकैया नायडू आंध्र प्रदेश के नेल्लूर जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1 जुलाई, 1949 को किसान परिवार में हुआ था। नायडू ने पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद विशाखापट्टनम के आंध्रा यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ से इंटरनेशनल लॉ में डिग्री ली। नायडू अपने कॉलेज के दिनों में ही संघ से जुड़े। इमरजेंसी के दौरान नायडू जेपी आंदोलन से जुड़े और इस दौरान वे जनता पार्टी से जुड़ गए।
एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनने तक नायडू सूचना प्रसारण और शहरी विकास मंत्रालयों का कामकाज संभाल रहे थे। मोदी सरकार में वह संसदीय कार्य मंत्री भी रह चुके हैं। नायडू अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं।