नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि विवाद मामले की सुनवाई 11 अगस्त से रोजाना करेगी। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की बेवसाइट पर विशेष नोटिस जारी किया गया है। इसके मुताबिक, अगले शुक्रवार से 3 जजों की पीठ प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से इस मामले पर बहस करेगी।
इससे पहले 21 जुलाई को सर्वोच्च न्यायालय ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह अयोध्या में विवादित स्थल को बांटने संबंधी इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिकाओं की जल्द सुनवाई के बारे में निर्णय लेगा। सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा, "हम इस मामले पर फैसला लेंगे।"
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले पर जल्द सुनवाई का अनुरोध किया है, जो पिछले सात साल से अदालत के समक्ष लंबित पड़ा है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2010 के अपने फैसले में विवादित स्थल को निर्मोही अखाड़ा, वक्फ बोर्ड और रामलला के बीच विभाजित करने का निर्देश दिया था।
क्या है राम जन्मभूमि विवाद
आपको बता दें कि 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया था। इस मसले पर लोगों के ऊपर आपराधिक केस के साथ-साथ दीवानी मुकदमा भी चला था।