पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष ने मीरा कुमार को हारने के लिए राष्ट्रपति प्रत्याशी बनाया है। यह एक बड़ी भूल है। नीतीश ने कहा कि उनका समर्थन रामनाथ कोविंद को है।
राजद सुप्रीमो लालूप्रसाद यादव इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार का फैसला बदलने में नाकामयाब रहे। राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी कोविंद को समर्थन की घोषणा कर चुके नीतीश ने इफ्तार पार्टी से बाहर निकलते ही विपक्ष पर जोरदार हमला किया।
उन्होंने सीधा सवाल किया कि क्या बिहार की बेटी (मीरा कुमार) को हारने के लिए राष्ट्रपति प्रत्याशी बनाया गया है? नीतीश ने कहा कि कोविंद ने बिहार के राज्यपाल के रूप में निष्पक्षता के साथ सराहनीय कार्य किया है।
2019 की तैयारी करनी चाहिए
नीतीश ने कहा कि 2019 की रणनीति बनानी चाहिए, ये तो तात्कालिक हार की है। मेरी समझ से फिर से पुर्नविचार करना चाहिए। 2019 जीत की रणनीति बनाई और 2022 में बिहार की बेटी को राष्ट्रपति बनाइए।
महागठबंधन पर क्या बोलें?
सभी को अपनी राय रखने की आजादी हैं। जहां तक सवाल है बिहार के महागठबंधन का तो यह कोई मुद्दा है ही नहीं। यह तो पार्टी को निर्णय लेना है। विपक्ष की एकता तो जरूर करनी चाहिए और 2019 की रणनीति बनाइए।