नई दिल्ली। एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के चुनाव में राजग उम्मीदवार के नाम पर भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला हो गया है। बिहार के राज्यपाल राम नाथ कोविंद राष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार होंगे। आइए आपको बताते हैं इनके बारे में खास बातें। आब तक किस-किस तरह की जिम्मवारियों को निभा चुके हैं कोविन्द।
2 बार रहे राज्यसभा के सदस्य
बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद कानपुर देहात की डेरापुर तहसील के गांव परौंख के हैं वह 1994 से 2006 तक 2 बार यूपी से राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। पेशे से वकील कोविंद भाजपा दलित मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे हैं। वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई के निजी सचिव रहे।
कोविंद को राज्यपाल बनाने पर हुआ विरोध
वर्ष 2007 में पार्टी ने उन्हें प्रदेश की राजनीति में सक्रिय करने के लिए भोगनीपुर सीट से चुनाव लड़ाया लेकिन वह यह चुनाव भी हार गए। कोविंद वर्तमान में प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी के साथ महामंत्री हैं। जब उनहे बिहार का नया राज्यपाल बनाया गया है था तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस नियुक्ति से नाराज थे।
आईएएस परीक्षा में तीसरे प्रयास में मिली थी सफलता
रामनाथ कोविद की प्रारंभिक शिक्षा संदलपुर ब्लाक के ग्राम खानपुर प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में हुई। कानपुर नगर के बीएनएसडी इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद डीएवी कालेज से बी कॉॅम व डीएवी लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद दिल्ली में रहकर आईएएस की परीक्षा तीसरे प्रयास में पास की लेकिन मुख्य सेवा के बजाय एलायड सेवा में चयन होने पर नौकरी ठुकरा दी। उन्होंने जनता पार्टी की सरकार में सुप्रीम कोर्ट के जूनियर काउंसलर के पद पर कार्य किया।