नई दिल्ली। बिहार के राज्यपाल राम नाथ कोविंद राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार होंगे। बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इसका ऐलान किया।
अमित शाह ने कहा कि वो एक दलित हैं, हमेशा संघर्ष करेंगे। बिहार राज्य के गवर्नर के रूप में अभी काम कर रहे हैं। रामनाथ जी हमेशा समाज, गरीबों, पिछड़ों, दलितों के साथ जुड़े रहे हैं। एक गरीब के घर में जन्म लेकर संघर्ष कर इतने ऊंचे मुकाम पर पहुंचे हैं। हमने आज उनका नाम तय किया है।
अमित शाह ने बताया कि नाम तय करने से पहले हमने देश के सभी राज्यों, पार्टियों और एनडीए के साथियों से चर्चा की है। उन्होंने कहा, 'पीएम ने स्वयं कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से बात की। पूर्व पीएम डॉक्टर मनमोहन सिंह जी से बात की। साथ ही वरिष्ठ नेताओं से बात की।
राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के नाम पर फैसला के लिए बीजेपी संसदीय बोर्ड की अहम बैठक में यह मंथन चलता रहा। दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी प्रमुख अमित शाह के अलावा सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू, अनंत सिंह और थावर चंद गहलोत जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए।
कोविंद से जुड़ी मुख्य बातें-
- राम नाथ कोविंद का जन्म 01 अक्टूबर 1945 को यूपी के कानपुर देहात के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था।
- कानपुर यूनिवर्सिटी से बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है।
- विवाह 30 मई 1974 को सविता कोविंद से हुआ था। एक बेटा और एक बेटी है। बेटे का नाम प्रशांत अौर बेटी का नाम स्वाति है।
- रामनाथ कोविंद पेशे से वकील रहे हैं और दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत की प्रैक्टिस भी कर चुके हैं।
- राम नाथ कोविंद नें दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में 16 साल तक प्रैक्टिस की।
- 1977 से 1979 तक केंद्र सरकार के वकील रहे थे।
- वकील रहने के दौरान कोविंद ने गरीब दलितों के लिए मुफ़्त में क़ानूनी लड़ाई लड़ी।
- 1980 से 1993 तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में थे।
- आदिवासी, होम अफ़ेयर, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, सामाजिक न्याय, क़ानून न्याय व्यवस्था और राज्यसभा हाउस कमेटी के भी चेयरमैन रहे।
- कोविंद गवरनर्स ऑफ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं। 2002 में कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र के महासभा को भी संबोधित किया था।
- वर्तमान में वह बिहार के राज्यपाल हैं।
- 08 अगस्त 2015 को इन्हें बिहार के राज्यपाल पद पर नियुक्त किया गया था।
- इससे पहले वो दो बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं। यूपी से 1994 से 2000 और फिर 2000 से 2006 तक राज्यसभा सांसद रहे।
- 1998 से 2002 तक कोविंद बीजेपी के दलित मोर्चा और ऑल इंडिया कोली समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं।
- इसके अलावा वो बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं।