नई दिल्ली। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) को लेकर प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं लगती, क्योंकि इस कर माफी योजना के तहत केवल 5000 करोड़ रुपए की बिना लेखा-जोखा वाली आय घोषित की गई है। पिछले साल दिसंबर में कालाधन वालों को कर चुकाकर और 50 फीसदी का जुर्माना भरकर कानूनी कार्रवाई से बचने का मौका देने के लिए यह योजना शुरू की गई थी।
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा, पीएमजीकेवाई के प्रति प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं रही है। इसके तहत करीब 5000 करोड़ रुपए की आय की ही घोषणा हुई है। उसके मुख्यत: दो कारक हैं। उन्होंने कहा, पहला, योजना की घोषणा से बहुत पहले ही लोगों ने अलग अलग खातों में अपना नकद डालने की कोशिश की। दूसरा कर और जुमार्ना की दर थी।