गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में बने देश के सबसे लंबे पुल का उद्घ्ााटन किया। यह पुल असम के पूर्वी हिस्से में अरूणाचल प्रदेश की सीमा से सटे क्षेत्र में बना है। इसे केंद्र में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के तीन वर्ष पूरा होने के मौके से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
पीएम मोदी का शेड्यूल
पीएम दोपहर 2: 30 बजे गुवाहाटी पहुंचेंगे। यहां सरुसजई स्टेडियम में नॉर्थ-ईस्ट के पहले ऑल-इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की फाउंडेशन सेरेमनी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे। यह कामरुप जिले में चांगसारी में बन रहा है। खानापारा मेंं एक जनसभा को संबोधित करने के बाद पीएम 'मेकिंग ऑफ डेवलप्ड इंडिया' या 'मोदीफेस्ट' प्रोग्राम का इनॉगरेशन करेंगे। वे करीब एक दिन में 1000 किलोमीटर की हवाई यात्रा करेंगे।
चीन को करारा जवाब
चीन लगातार सीमा से सटे इलाकों में तेजी से सड़कें और अन्य निर्माण कर रहा है जिसके बदले भारत ने उसे उसके अंदाज में करारा जवाब दिया है। अपने पड़ोसी चीन की मंशा को भांपकर भारत ना सिर्फ चीन से लगते सीमावर्ती इलाके में अपने सैन्य प्रतिष्ठानों को मजबूत कर रहा है बल्कि तेजी से इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण भी कर रहा है।
ये हैं खूबियां
धोला-सदिया ब्रिज की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके ऊपर से करीब 60 टन का लड़ाकू टैंक बड़ी आसानी से लेकर जाया जा सकता है। यानि, इस पुल के जरिए सैन्य और आम लोगों की गाड़ियों की आसानी से आवाजाही हो सकेगी और अरुणाचल प्रदेश के अनिनी में बने सामरिक ठिकाने तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। अनिनी चीन की सीमा से सिर्फ 100 किलीमोटर ही दूर है।
अब 8 घंटे का सफर 4 घंटे में
इससे पहले अरुणांचल जाने के दूसरे सड़क रास्ते से 8 घण्टे का वक़्त लगता था और फेरी यानी नाव से साढ़े 4 घण्टे। लेकिन इस पुल के बनने से यह दूरी केवल आधे घंटे में पूरी कर ली जा सकेगी यानी कम से कम 4 घंटे की सीधी बचत।
प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से साढ़े नौ किलोमीटर लंबे इस पुल के मॉनसून से ठीक पहले किए जा रहे उद्घाटन को असम और अरुणाचल प्रदेश के लोगों के लिए बड़ा उपहार माना जा रहा है। क्योंकि इन दोनों राज्यों के लोगों को नदी पार करने के लिए काफी दूरी तय करनी पड़ती है या फिर नाव के जरिए जाने पर चार घंटे का समय लगता है।
2011 में शुरू हुआ था निर्माण
असम में ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर बने इस पुल की शुरूआत साल 2011 में हुई थी जिसके लिए तय बजट 876 करोड़ था। इसे साल 2015 में पूरा कर लिया जाना था। इस प्रोजेक्ट के मैनेजर बी सूर्यराजू के मुताबिक बाढ़ और बेमौसम बरसात के कारण इस प्रोजेक्ट पर पूरे साल में केवल 4-5 महीने ही ठीक से काम हो पाता था। बावजूद इसके इसे 2017 में पूरा कर लिया गया है जो करीब 1000 करोड़ में बनकर तैयार हुआ है।
CM सोनोवाल की पीएम की तारीफ
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि हम खुश हैं कि प्रधानमंत्री पुल का उद्घाटन करेंगे। इसके निर्माण में देरी हो रही थी, लेकिन जब प्रधानमंत्री ने रूचि दिखाई तथा इसके कार्य में विस्तार हुआ।
असम में बीजेपी सरकार 1 साल
असम में आज दोहरा जश्न मनाया जाएगा। यहां सर्बानंद सोनोवाल की लीडरशिप वाली भाजपा सरकार एक साल पूरे करने जा रही है। माना जा रहा है कि इसी वजह से मोदी ने अपनी सरकार के तीन साल पूरे होने पर जश्न के लिए इस स्टेट को चुना है। 18 मई 2016 को असम असेंबली के रिजल्ट आए थे। बीजेपी ने पहली राज्य में जीत दर्ज की थी। यहां 15 साल से राज कर रही कांग्रेस सरकार को बाहर कर दिया था।