नई दिल्ली। आज चुनाव आयोग अपने ऊपर लग रहे सभी आरोपों पर जवाब देने वाला है। चुनाव आयोग की सभी दलों के साथ बैठक हुई। इस बैठक में चुनाव आयोग की तरफ से विरोध कर रही पार्टियों को बिना खोले ईवीएम हैक करने का चैलेंज दे दिया है। आम आदमी पार्टी ने कल चुनाव आयोग के सामने प्रदर्शन किया और ईवीएम में हैकिंग का दावा भी किया था। केजरीवाल के अलावा मायावती और कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दल ईवीएम की शिकायत कर चुके हैं।
बैठक से पहले ही बंटा विपक्ष
शुक्रवार को चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक में बीजेपी से भूपेन्द्र यादव, जेडीयू से केसी त्यागी, आम आदमी पार्टी से मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, एनसीपी से डीपी त्रिपाठी और बीएसपी से सतीश चंद्र मिश्र शामिल हुए। लेकिन बैठक में विपक्ष बंटा हुआ नज़र आया। अभी तक ईवीएम में टेंपरिंग की बात कर रहे सौरभ भारद्वाज अब VVPAT से चुनाव कराने की बात कर रहे हैं। तो वहीं बीएसपी बैलेट पेपर से चुनाव कराने के पक्ष में है। वहीं जेडीयू के केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव आयोग विश्वास बहाल करे।
VVPAT के लिए ऑर्डर कर चुका है EC
लगातार ईवीएम पर सवालों के बाद चुनाव आयोग ने 2019 का लोकसभा चुनाव वीवीपैट से कराने की तैयारी की है। केंद्रीय सरकार ने वीवीपैट के लिए 3173 करोड़ 47 लाख रुपये की मंजूरी दी, और चुनाव आयोग ने बिना देर किए मशीनें बनाने का ऑर्डर देश की दो एक्सपर्ट कम्पनियों को सौंप दिया। दोनों पीएसयू कम्पनियां ECIL और BEL को 8 लाख 7 हज़ार 500 मशीनें तैयार करने का ऑर्डर आयोग ने दिया है।
चुनाव आयोग का 'चैलेंज'
पिछले महीने चुनाव आयोग ने कहा था कि वो ईवीएम पर सवाल उठा रही पार्टियों को मशीनों के साथ छेड़छाड़ का खुला चैलेंज देगी। इसके लिए आयोग ने सभी पार्टियों को मीटिंग में अपने तीन नुमाइंदे भेजने को कहा है। इनमें से एक तकनीकी विशेषज्ञ होगा। चुनाव आयोग ने ईवीएम मशीनों के लाइव डेमो के लिए इंतजाम किये हैं।