नई दिल्ली। किसानों और अर्थव्यवस्था के लिए खुशखबरी देते हुए मौसम विभाग ने लगातार दूसरे साल अच्छी बारिश होने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को जारी अपने पहले पूर्वानुमान में कहा है कि इस वर्ष मानसून दीर्घावधि औसत का 96 प्रतिशत रहेगा हालांकि पिछले वर्ष यह 97 प्रतिशत रहा था।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून के 96 से 104 प्रतिशत के दायरे में रहने पर इसे सामान्य माना जाता है। यदि यह 90 से 96 प्रतिशत के दायरे में रहता है तो उसे सामान्य से कम और 90 प्रतिशत से नीचे रहने पर अपर्याप्त माना जाता है।
मौसम विभाग (IMD) के DG के.जे. रमेश ने आज दक्षिण पश्चिम मानसून का पहला पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि इस साल मानसून की सामान्य बारिश होगी। बता दें कि मार्च में वेदर वेबसाइट स्काईमेट ने इस साल के लिए अनुमान जारी करते हुए कहा था कि मानसून सामान्य से कम रहेगा।
उन्होंने कहा कि इस मॉनसून देश में लॉन्ग पीरियड ऐवरेज (LPA) की 96 फीसदी बारिश होगी। LPA की 94 से 104 प्रतिशत तक बारिश 'सामान्य' मानी जाती है। 96 फीसदी से नीचे 'सामान्य से कम' और 104-110 फीसदी तक बारिश 'सामान्य से अधिक' की श्रेणी में आती है।