नई दिल्ली। बीएसएफ जवान तेज बहादुर का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में तेज बहादुर ने कहा कि 10 जनवरी 2017 से मेरा मोबाइल फोन ले लिया गया है। तेज बहादुर ने अंदेशा जताया है कि मेरे फोन के साथ छेड़छाड़ किया जा सकता है और हो सकता है कि यह बताया जाए कि मेरे संबंध पाकिस्तान से हैं। इसलिए देशवासियों से मेरा अनुरोध है कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें। मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। आपको बता दें कि खाने को लेकर वीडियो जारी करने बाद तेज बहादुर ने VRS लेने का फैसला किया था लेकिन उन्हें VRS की परमिशन नहीं मिली।
विडियो में बहादुर आरोप लगाते हैं कि उनके फेसबुक पेज पर पाकिस्तानी 'दोस्तों' के अकाउंट्स का मिलना उनके खिलाफ रची गई साजिश का हिस्सा है। तेज बहादुर का यह विडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है। इसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछते नजर आते हैं कि क्या भ्रष्टाचार का खुलासा करने की वजह से उन्हें सजा दी जा रही है? अपने फेसबुक अकाउंट से जुड़े उनके ताजा आरोप उन मीडिया रिपोर्ट्स की प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है, जिनमें आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि जांच में जवान के के फेसबुक फ्रेंड्स में 17 फीसदी लोग पाकिस्तान से मिले।
जवान के खिलाफ बीएसएफ की जांच अब भी जारी है। वहीं, गृह मंत्रालय के सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि तेज बहादुर के खिलाफ बार-बार झूठा आरोप लगाने के मामले में कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। बता दें कि तेज बहादुर के परिवार ने आरोप लगाया था कि जवान को धमकाया जा रहा है और उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है। वहीं, पत्नी ने आरोप लगाया था कि उन्हें उनके पति से मिलने नहीं दिया जा रहा।
हाई कोर्ट के 10 फरवरी के निर्देश के बाद बीएसएफ ने तेज बहादुर की पत्नी को उनसे मिलने और दो दिनों तक उनके साथ रहने की मंजूरी दी थी। कुछ दिन पहले उन्होंने कोर्ट को जानकारी दी कि उनकी पति से मुलाकात हुई है और अब वह उनकी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त हैं। जवान की पत्नी ने अदालत को बताया कि उनकी मुलाकात जम्मू एवं कश्मीर के सांबा क्षेत्र में हुई, जहां वह तैनात हैं।