नई दिल्ली। अपने विवादित बयानों के कारण अकसर सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी सांसद साक्षी महाराज भी अब कब्रिस्तान और श्मशान विवाद में कूद पड़े हैं। साक्षी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कब्रिस्तान और श्मशान पर दिए उस बयान पर असहमति जताई है, जिसमें उन्होंने कब्रिस्तान और श्मशान दोनों बनाने की बात कही थी। साक्षी महाराज ने कहा कि, चाहे नाम कब्रिस्तान हो या श्मशान हो, सभी का दाह संस्कार होना चाहिए।
पीएम के बयान से सहमत नहीं हूं
साक्षी महाराज ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री की बात सहमत नहीं हूं। मैं इसे कतई स्वीकार नहीं करता कि कब्रिस्तान और श्मशान बराबर में बनना चाहिए। कब्रिस्तान बनना ही नहीं चाहिए, अगर कब्रिस्तानों में हिंदुस्तान की सारी की सारी जमीन चली जाएगी तो खेती-खलिहान कहां होंगे?
देश में कब्रिस्तान की जरुरत नहीं
साक्षी महाराज ने मंगलवार को कहा कि देश में कब्रिस्तान की जरुरत नहीं है, सभी को अंतिम संस्कार के तौर पर ही जलाना चाहिए। साक्षी महाराज ने कहा कि कब्रिस्तान से जगह की बर्बादी होती है।
किसी को गाड़ने की आवश्यकता नहीं
साक्षी महाराज ने आगे कहा कि, चाहे नाम कब्रिस्तान हो या श्मशान हो, दाह होना चाहिए। किसी को गाड़ने की आवश्यकता नहीं है। पांच करोड़ साधू हैं सबकी समाधि लगे तो कितनी जमीन जाएगी। 20 करोड़ मुस्लिम हैं सबको कब्र चाहिए हिंदुस्तान में जगह कहां मिलेगी।
क्या कहा था मोदी ने?
आपको बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फतेहपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर एक गांव को कब्रिस्तान के लिए पैसा उपलब्ध कराया जाता है तो उसे श्मशान भूमि के लिए भी पूंजी उपलब्ध कराई जानी चाहिए। अगर आप रमजान पर बिजली आपूर्ति कराते हैं तो आपको दिवाली के लिए भी ऐसा करना चाहिए। इस बयान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत समूचे विपक्ष ने पीएम पर सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाला बयान बताया था।