इंदौर। मध्य प्रदेश में पाकिस्तान को खुफिया जानकारी मुहैया कराने के मामले में एटीएस ने महिला जासूस को भी हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि आयशा नाम की यह महिला भोपाल में ध्रुव के साथ पिछले एक साल से काम कर रही थी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आयशा भाजपा नेता ध्रुव सक्सेना के कॉल सेंटर में काम करती थी। हालांकि एटीएस ने महिला जासूस की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टी नहीं की है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अपने नेटवर्क को मजबूत करने में जिस महिला जासूस की मदद ली थी उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। जबलपुर की रहने वाली आयशा जासूसी में लगे युवाओं को ट्रेनिंग देने का काम करती थी।
सूत्रो की माने तो खुद को जबलपुर निवासी बताने वाली आयशा जासूसी की ट्रेनिंग देती थी। उसने पहले ध्रुव को अपने जाल में फंसाया। फिर प्रदेशभर में जासूसी का जाल फैलाया। आयशा को कहां से गिरफ्तार किया गया है, इसका भी अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
कौन है ध्रुव सक्सेना
राजधानी के न्यू मिनाल रेसीडेंसी से गिरफ्तार ध्रुव सक्सेना राजधानी में भाजपा आईटी सेल का जिला संयोजक है। आईएसआई एजेंट ध्रुव सक्सेना भाजपा के लिए आईटी सेल में मदद करता था और जिला अध्यक्ष अंशुल तिवारी के अधिकांश कार्यक्रमों में मौजूद रहता था। आरोपी ध्रुव सक्सेना के कई भाजपा नेताओं के साथ होर्डिंग्स और फोटो हैं।
ध्रुव सक्सेना के पड़ोसी बताते हैं कि करीब 24 साल की आयशा अंग्रेजी, हिंदी, ऊर्दू में फोन पर बातें करती थी। इसके साथ ही महीने में लगभग पांच-छह दिन ध्रुव सक्सेना से दूर रहती थी और वह लग्जरी कार से चलती थी।
कार भी बदलती रहती थी। किसी को शक न हो, इसलिए ध्रुव को वह अपना प्रेमी बताती थी। छतरपुर के छत्रसाल नगर में रहने वाली ध्रुव की मां रजनी सक्सेना का इस मामले में कहना है कि उनके बेटे ध्रुव को फंसाया जा रहा है। और इसके पिछे मोहित अग्रवाल का हाथ है।
फिलहाल महिला जासूस आयशा की गिरफ्तारी पर एटीएस ने चुप्पी साध रखी है। आईएसआई के जासूस पकड़े जाने के बाद एक बात तो साफ हो गई है। कि आईएसआई ने भारत के कई शहरों में अपना नेटवर्क फैला लिया है।
यह है पूरा मामला
ATS ने प्रदेश के 11 जासूसों को हिरासत में लिया है। इनमें ग्वालियर से 5,भोपाल से 3,जबलपुर से 2 और सतना से 1 व्यक्ति शामिल हैं। इनमें से छह को गुरुवार की देर शाम भोपाल कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
एक आरोपी ग्वालियर से भाजपा पार्षद का रिश्तेदार है। आरोपियों से तीन हजार से ज्यादा सिम कार्ड,50 मोबाइल फोन,35 सिम बॉक्स जब्त हुए हैं।
आरोपियों ने कबूल किया था कि मध्य प्रदेश से इन्हें सेना से जुड़ी तमाम जानकारियां और मदद मिला करती थीं। इसके लिए इन्हें मोटी रकम दी जाती थी।