नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा ने कभी धार्मिक धु्रवीकरण की राजनीति नहीं की और न ही करेगी तथा तथाकथित ‘धर्मनिरपेक्ष’ दलों को सुप्रीम कोट के इस आदेश के आलोक में सावधान हो जाने की जरूरत है कि उम्मीदवारों को धर्म,जाति और संप्रदाय के नाम पर वोट नहीं मांगना चाहिए। जब सिंह से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राममंदिर का मुद्दा उठा सकती है,तो उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है।
उन्होंने कहा सुप्रीम कोट के आदेश के बाद तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों को सावधान हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत का कथन बिल्कुल सही है और राजनीति में जाति या धर्म नहीं आना चाहिए। सिंह ने कहा भाजपा ने न तो ध्रुवीकरण की राजनीति की और न ही भविष्य में करेगी। मैं महसूस करता हूं कि यदि वह धु्रवीकरण की राजनीति कर रही होती तो उसे संसद में स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता। उन्होंने कहा पहली बार,किसी गैर कांग्रेस दल को संसद में स्पष्ट बहुमत मिला है।
अब उस राजनीतिक दल, उसके कार्यकर्ताओं को दोष देना उचित नहीं है। शीर्ष अदालत के आदेश पर उन्होंने कहा सुप्रीम कोट ने जो कुछ कहा है,बिल्कुल सही है। शीर्ष अदालत ने जो कहा है, उससे मैं पूरी तरह सहमत हूं। उन्होंने कहा राजनीति जाति, वंश या धर्म के आधार पर नहीं की जानी चाहिए। राजनीति बस मानवता एवं इंसाफ के नाम पर होनी चाहिए।