नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद देश में इनकम टैक्स छापों की संख्या में अचानक तेज बढ़ोतरी देखी गई। अब पता चला है इस छापेमारी के पीछे पीएमओ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। करीब 70 फीसदी छापे पीएमओ को हासिल जानकारी के आधार पर डाले गए हैं। नोटबंदी के बाद पीएमओ कोलेधन और नोटों की जमाखोरी के बारे में जानकारी देने वाले करीब 600 फोन कॉल आए हैं।
लोगों की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर कार्रवाई भी हो रही है और कालेधन के कुबेर पकड़े जा रहे हैं। नोटबंदी के बाद से हर दिन 15 से 20 फोन कॉल पीएमओ में किए जा रहे हैं। पीएमओ को मिली सूचना पर की गई कार्रवाई में 100 फिसदी सफलता मिली है। पीएमओ फोन पर मिली जानकारी इनकम टैक्स विभाग, प्रवर्तन निदेशालय और पुलिस को देती है। जानकारी के आधार पर ये विभाग कार्रवाई करते हैं और काला खजाना पकड़ा जाता है।
नोटबंदी के बाद से 21 दिसंबर तक 3590 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित आय का पता चला है। आयकर विभाग के अनुसार इस दौरान 505 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए गए, जिनमें से 93 करोड़ रुपये नए करेंसी नोट में थे। इसके साथ ही सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने इस संबंध में आगे की जांच के लिए 215 मामले ईडी को, जबकि 185 मामले सीबीआई के पास भेजे हैं। इसके अलावा विभाग ने 3,589 से ज्यादा नोटिस जारी किए हैं। नोटबंदी के बाद पुराने नोटों को बदलने और नए नोटों के काले धंधे में लगे लोगों को पकड़ने के लिए आयकर विभाग की टीमें देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार छापे मार रही है।