नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है। नोटबंदी, अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाॅप्टर सौदा और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी रहने के कारण पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया है। आज भी लोकसभा में हंगामे के चलते कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। पूरे सत्र के दौरान विपक्ष लगातार मांग करता रहा कि नोटबंदी पर पीएम मोदी खुद संसद में बयान दें, जबकि सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर चर्चा से भागने और संसद की कार्यवाही न चलने देने का आरोप लगाया।
इस बीच किसानों के मुद्दे पद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल सहित कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी से मिलने पहुंचे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री ने मिलते रहने के लिए कहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल गांधी एक दल के साथ किसानों की कर्ज माफी और आत्महत्या के मुद्दे पर पीएम मोदी से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान पीएम ने उनकी बाद सुनी और कदम उठाने का आश्वासन दिया। इस दौरान पीएम ने राहुल गांधी से यह भी कहा कि उन्हें समय-समय पर मिलते रहना चाहिए। पीएम की यह बात ठीक राहुल के उसक बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें राहुल ने दावा किया था कि उनके पास पीएम के भ्रष्टाचार के सबूत हैं।
सदन में विपक्ष ने जहां नोटबंदी का मुद्दा उठाया वहीं सरकार ने अगस्ता घूसकांड का मुद्दा उठाया। इन दोनों ही मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा होता रहा। सरकार ने कहा कि विपक्ष और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी खुद सदन में चर्चा करने से भाग रहे हैं।
हंगामे से आडवाणी नाराज
इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने संसद में लगातार हो रहे हंगामे से नाराज होते हुए इस्तीफा देने की इच्छा जताई। तृणमूल कांग्रेस के सासंद इदरीस अली ने कहा- आडवाणी जी, ने मुझसे कहा कि बिना चर्चा के सदन स्थगित होना बहुत दुख की बात है। अटल जी ये देख कर बहुत दुखी होते। उन्होंने यहां तक कहा कि वो इस्तीफा देना चाहते हैं।
राहुल ने किया आडवाणी की शुक्रिया
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि आडवाणी जी, अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने पर आपका शुक्रिया। राहुल ने यह टिप्पणी तब की जब कुछ ही घंटे पहले आडवाणी ने लोकसभा में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि मेरा तो मन कर रहा है कि इस्तीफा दे दूं।