वाराणसी। भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के वाराणसी स्थित घर से उनकी 5 शहनाइयां गायब होने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत देर रात चौक थाने में दर्ज कराई गई। चोरी की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
सोने के कंगन भी चोरी
पुलिस फोर्स तत्काल खां साहब के घर पहुंची और जांच शुरू की। चोरी की गई शहनाइयों में चार शहनाइयां चांदी की हैं, जिसे देश के पूर्व प्रधानमंत्री और बड़े नेताओं ने भेंट किया था। शहनाई के अलावा दो सोने के कंगन और एक चांदी का अवार्ड भी चोरी किया गया है।
लाखों रू. के जेवरात भी गायब
बिस्मिल्लाह खां की शहनाइयां उनके बेटे काजिम हुसैन के चाहमामा-दालमंडी स्थित घर से चोरी हुई। चोरी की गई शहनाइयों में चार चांदी की और एक लकड़ी की शहनाई बताई जा रही है। इन शहनाइयों में वो शहनाई भी शामिल है, जिससे वह मोहर्रम की 5वीं और 7वीं तारीख पर आंसुओं का नजराना पेश करते थे। शहनाइयों के साथ चांदी की कई तश्तरियां और लाखों रुपए के जेवरात भी गायब हैं।
सदमे में पूरा घर
बिस्मिल्लाह खां के बेटे काजिम हुसैन ने बताया कि पूरा परिवार 30 नवंबर को हड़हा सराय के पुराने मकान में गया था। रविवार शाम जब लौटे तो मकान का दरवाजा खुला हुआ था जबकि ताला कुंडी में लटका हुआ था। अंदर जाने पर पता चला कि ट्रंक खुला था जिसमे रजाई के बीच में रखी पांच शहनाइयां और दो सोने का कंगन और एक चांदी का इनायत खान अवार्ड भी गायब था। चोरी की घटना से पूरा घर सदमे में है। काजिम सपा नेता को लेकर थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज करवाया।
पहले भी हुई थी चोरी
काजिम हुसैन ने बताया कि चांदी की चार शहनाइयों में से एक पूर्व पीएम नरसिम्हा राव, एक कपिल सिब्बल, एक लालू प्रसाद यादव और एक शैलेश भगत ने भेंट की थी। बता दें, इससे पहले साल 2009 व सितंबर 2014 में भी उस्ताद की शहनाई चोरी होने पर खूब हो-हल्ला मचा था। कुछ दिन बाद शहनाई परिवार में ही मिल गई थी।