नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा, पाक द्वारा लगातार किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन के मामले को भारत सरकार ने पाकिस्तान से विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने साफ कर दिया है कि बातचीत और आतंक साथ नहीं चल सकते।
विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तानी बलों ने 16 से 21 नवंबर के बीच जम्मू कश्मीर में तोपों और भारी मोर्टार का इस्तेमाल कर युद्धविराम का 27 बार उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के डिप्टी हाइकमिश्नर को तलब कर 12 से 21 नवंबर के बीच 27 बार किये गये युद्ध विराम के उल्लंघन पर विरोध जताया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यहां नियमित ब्रीफिंग में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर के मुद्दे पर एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एक समूह का गठन किये जाने के बारे में एक सवाल पर कहा कि कश्मीर के मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाने के पाकिस्तान के प्रयासों को कोई सफलता नहीं मिली है। पाकिस्तान को सलाह दी जाती है कि वह अपनी ऊर्जा को निराधार आरोप लगाने के बजाय आतंकवाद की गंदगी की सफाई में लगाये।
अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में सहयोग के मुद्दे पर अमृतसर में आयोजित हार्ट आफ एशिया सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामले के सलाहकार सरताज अजीज के भाग लेने और उनके बयान के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में स्वरूप ने कहा कि उन्हें सलाह दी जाती है कि वे पाकिस्तानियों को इकठ्ठा करने के बजाये अपनी सरकार की आतंकवाद को प्रायोजित करने की नीति को खत्म करायें।