नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी आपातकाल लगाने को लेकर 'बहुत असहज' थीं और यदि ऐसा न होता तो वह 1977 में आम चुनाव न करातीं। सोनिया गांधी ने समाचार चैनल इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा- मैं नहीं कह सकती कि वह (इंदिरा) आपातकाल को आज किस तरह देखतीं, लेकिन अगर वह उस समय असहज महसूस न करतीं तो वह आम चुनाव की घोषणा नहीं करतीं। सोनिया गांधी ने कहा कि इंदिरा सिर्फ सास नहीं, बल्कि मां की तरह थीं। उनसे ही भारतीय संस्कृति और राजनीति सीखी।
सोनिया ने कहा- निश्चित तौर पर, हां. हम सत्ता में वापस आएंगे। पार्टी लोकसभा में मौजूदा समय की 45 सीटों से आगे बढकर सत्ता हासिल करेगी। हम पूर्ण बहुमत हासिल करेंगे। राजनीति में आप चुनाव जीतते हैं और हारते हैं। यह पूछे जाने पर कि उनके बच्चे मोदी का मुकाबला कर सकते हैं तो सोनिया ने कहा- निश्चित तौर पर। सोनिया ने यह भी स्पष्ट किया कि वह मोदी और इंदिरा के बीच तुलना से ‘परेशान' नहीं है और उनकी पार्टी मोदी सरकार का मुकाबला कर रही है।
सोनिया ने कहा- राजनीति अथवा इतिहास के हर दौर में अपनी समस्याएं होती हैं, नेता होते हैं और विपक्ष होता है। मेरा मानना है कि कांग्रेस पार्टी मौजूदा शासन का मुकाबला कर रही है। मोदी की तुलना इंदिरा से किए जाने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,- इससे मुझे परेशानी नहीं होती क्योंकि मैं इसमें यकीन नहीं करती। मेरा अपना स्पष्ट विचार है। कोई तुलना नहीं है। बिल्कुल नहीं। यह पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी के पास मोदी की तरह सख्त और प्रतिस्पर्धी नेता नहीं है तो सोनिया गांधी ने कहा- मैं इससे सहमत नहीं हूं।