नई दिल्ली। देश में नोटबंदी के कारण आम जनता को हो रही भीषण परेशानी और आर्थिक गतिविधियों में कमी को देखते हुए सभी विपक्षी दल अब मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हो गए हैं जिससे बुधवार से शुरू हो रहे संसद के शीत कालीन सत्र के और हंगामेदार होने की संभावना है। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों की इस मुहिम में अब समाजवादी पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और द्रमुक भी
शामिल हो गई लेकिन संसद भवन में विपक्षी दलों की बैठक में आम आदमी पार्टी, बीजू जनता दल और अन्नाद्रमुक जैसे दलों के प्रतिनिधि मौजूद नहीं थे। विपक्षी दल नोटबंदी के मुद्दे पर बुधवार को तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के साथ राष्ट्रपति भवन मार्च नहीं करेंगे बल्कि वे इस सम्बन्ध में बाद में फैसला लेंगे।