नई दिल्ली। 500 और 1000 रुपए के नोट को प्रचलन से खत्म करने की घोषणा के बाद लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए आगामी शनिवार और रविवार को बैंक खुले रहेंगे। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
मंगलवार आधी रात से 500 और 1000 रुपए के नोट को अवैध घोषित किए जाने के बाद बुधवार को सभी बैंकों में पब्लिक डीलिंग नहीं हुई और एटीएम भी बंद रहे, जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि यह गरीबों के हित में फैसला है। यह भारत को कैशलेस अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। फैसले का विरोध करने पर नायडू ने कांग्रेस पर सवाल खड़े किए और कहा कि संशय क्यों पैदा किया जा रहा है? किंतु-परंतु क्यों?
वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ऊंचे मूल्य के नोटों को चलन से हटाने से मध्यावधि में कर वसूली बढ़ेगी। बैंकों की जमा में भी वृद्धि होगी। सभी पुराने नोट पाबंदी के 72 घंटे तक टोल प्लाजा, सरकारी व निजी दवाखानों, एलपीजी सिलेंडर खरीद, रेलवे खानपान तथा पुरातत्व संग्रहालयों की टिकट खरीद के लिए विधि मान्य रहेंगे।
ATM से शुक्रवार को निकलेंगे नए नोट
वित्त सचिव अशोक लवासा ने बुधवार को स्पष्ट किया कि धन राशि निकालने हेतु 500 और 2000 रुपए मूल्य के नए नोट भी लोगों के लिए उपलब्ध होंगे। लवासा ने कहा, 'कोई कठिनाई नहीं होगी, क्योंकि 500 और 2000 रुपए के नोट सभी एटीएम पर 11 नवंबर से उपलब्ध होंगे।' सरकार ने पहले मंगलवार को घोषणा की थी कि सभी एटीएम दो दिनों के लिए बंद रहेंगे। जब शुक्रवार को एटीएम खुलेंगे तो एक व्यक्ति एकल कार्ड के जरिए 18 नवंबर तक 2000 रुपये प्रतिदिन निकाल सकता है। इसके बाद सीमा बढ़ाकर प्रतिदिन चार हजार रुपये कर दी जाएगी।
कालाधन पर लगाम लगाने की कोशिश
पीएम ने कहा कि 500 और एक हजार के नोटों के अलावा बाकी सभी नोट और सिक्के नियमित हैं और उनसे लेन-देन हो सकता है। आपके पास 50 दिनों का समय है। साथ ही पीएम ने कहा कि अगर किसी वजह से 30 दिसंबर तक लोग ये नोट जमा नहीं कर पाए, तो उन्हें एक आखिरी मौका भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से पैसे कमाने वाले नागरिकों के हितों की पूरी रक्षा की जाएगी।