नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एक चिट्ठी के माध्यम से निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार सिर्फ सैनिकों के हितैशी होने का दिखावा कर रही है।
राहुल ने पीएम मोदी से कहा है कि सैनिकों को सिर्फ संदेश न भेजें बल्कि हकीकत में कार्रवाई करके पेंशन और वेतन जैसी उनकी समस्याओं को दूर करें। गौरतलब है कि मोदी ने अपने एप्स में सैनिकों के नाम संदेश अभियान चला रखा है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उनका ध्यान सैनिकों के पेंशन और वेतन के सम्बन्ध में सरकार के हाल के कुछ फैसलों की ओर दिलाते हुए कहा है कि इनसे जांबाजों का मनोबल गिरा है लिहाजा सिर्फ शब्दों से नहीं बल्कि कार्यों से भी उनका आभार व्यक्त करने का संदेश देना चाहिए।
उन्होंने अपने पत्र में सैनिकों की विकलांगता पेंशन, देश के प्रशासनिक अधिकारियों की तुलना में सैन्य अधिकारियों का दर्जा कम किए जाने, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों में विसगंतियों तथा वन रैंक-वन पेंशन के मुद्दे उठाए हैं।
उन्होंने लिखा है, मुझे इस बात का दुख है कि पिछले कुछ सप्ताह में सरकार ने कुछ ऐसे फैसले किए हैं जो सैनिकों का हौसला बढ़ाने की बजाय उन्हें दुख और आघात पहुंचाने वाले हैं।
हमारे सैनिकों के सर्जिकल स्ट्राइक करने के कुछ ही दिन बाद सैनिक विकलांगता पेंशन प्रणाली को एक नई प्रणाली में बदल दिया गया जिससे कई मामलों में विकलांगता पर इन जाबांजों की पेंशन बहुत ज्यादा घट गई है।
उन्होंने कहा, देश की रक्षा के लिए हमारे सैनिक हर दिन अपनी जान खतरे में डालते हैं इसलिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम न सिर्फ शब्दों से बल्कि अपने कार्यों से यह दर्शाएं कि हम उनका तथा उनके परिवारों का ख्याल रखते हैं।