श्रीनगर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर के साथ जरूरत आधारित रिश्ता नहीं बनाना चाहती, बल्कि ऐसा रिश्ता चाहती है जो भावनाओं पर आधारित हो। उन्होंने लोगों से अपील की कि कश्मीर घाटी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल होने दें।
राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाटी के हालात से बहुत चिंतित हूं। गृहमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस्लामाबाद की लाल मस्जिद में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाता है, दूसरी ओर कश्मीर में युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
राजनाथ ने कहा, इसे रोका जाना चाहिए। पाकिस्तान की भूमिका ठीक नहीं है। उसे जम्मू-कश्मीर के बारे में अपनी आदत और सोच बदलनी चाहिए।' राजनाथ ने अशांति के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सुरक्षा बलों से आग्रह किया कि उन्हें गोलीबारी से बचना चाहिए।
राजनाथ की पाक को दो टूक
राजनाथ ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में जो हालात हैं, उसके हल के लिए किसी तीसरी ताकत के शामिल होने की जरूरत नहीं है। पड़ोसी मुल्क तो खुद ही आतंकवाद से पीडि़त है, ऐसे में वो आतंकवाद को बढ़ावा न दे।
महबूबा ने पाक को लिया आड़े हाथों
इससे पहले, महबूबा मुफ्ती ने भी हथियार उठाने वाले युवा कश्मीरी लड़कों का महिमामंडन करने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। जबकि आतंकवाद से जूझ रहे पाक के स्कूलों में भी बच्चे सुरक्षित नहीं हैं।
पेलेट गन का इस्तेहमाल न करें
पेलेट गन के इस्तेमाल पर कहा कि मैंने सुरक्षाबलों से अपील है कि वह इसका कम से कम इस्तेमाल करें। कई लोग पेलेट गन से घायल हुए हैं, कुछ लोगों की आंखों में चोट लगी है। मैंने सुरक्षाबलों से अपील की है कि वह संयम बरतें और जितना हो सके पेलेट गन का इस्तेंमाल नहीं करें।