नई दिल्ली। गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या ने राज्यसभा जाने से इंकार कर दिया है। प्रणव ने राज्यसभा की सदस्यता को नामंजूर करते हुए कहा कि मैंने अंतरात्मा की आवाज सुनी। उनका कहना है कि राज्यसभा में बहस का स्तर मेरे लायक नहीं है और सांसद बनना मेरे मौजूदा पद से छोटा है।
गौरतलब है कि प्रणव पंड्या को मोदी सरकार ने मनोनीत किया था। प्रणव के मनोनयन पर सूत्रो का कहना था कि डॉ पंड्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी हैं और उनका चयन पीएम मोदी की व्यक्तिगत पसंद है। बता दें कि पीएम मोदी को स्वच्छ भारत अभियान का आइडिया डॉ. पंड्या ही दिया था।
उल्लेखनीय है कि डॉ. प्रणब पंड्या ने अपनी आध्यात्मिक चेतना और मॉडर्न मेडिकल साईंस के संयोजन से अखिल विश्व गायत्री परिवार को एक ऐसा आध्यात्मिक केंद्र बनाया जो केवल आध्यात्मिकता की बातें ही नहीं करता बल्कि वह समाज को जागरण प्रदान करता है।
डॉ. पंड्या ने करीब 80 देशों में गायत्री परिवार की शाखाएं खोली हैं। डॉ. पंड्या ने 1975 में एमजीएम मेडिकल कॉलेज इन्दौर से मेडिसिन में एमडी किया। वह एमडी में गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। उन्होंने 1976 में यूएस मेडिकल सर्विस को क्वालिफाइ किया था।