नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड और यूक्रेन दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। अपनी इस यात्रा से पहले पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा, 'मेरी पोलैंड यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हम अपने राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे कर रहे हैं। पोलैंड मध्य यूरोप में हमारा एक प्रमुख आर्थिक भागीदार है। लोकतंत्र के प्रति हमारी पारस्परिक प्रतिबद्धता हमारे संबंधों को और मजबूत करती है। मैं इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपने मित्र प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा से मिलने के लिए उत्सुक हूं। मैं पोलैंड में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से भी बातचीत करुंगा।'
पीएम मोदी ने लिखा, 'पोलैंड से मैं यूक्रेन जाउंगा। राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के निमंत्रण पर यूक्रेन का दौरा करूंगा। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है। मैं द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और चल रहे यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर बातचीत करूंगा। एक मित्र और भागीदार के रूप में हम इस क्षेत्र में शीघ्र शांति और स्थिरता की वापसी की आशा करते हैं।'
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि यह यात्रा दोनों देशों के साथ व्यापक संपर्कों की स्वाभाविक निरंतरता के रूप में काम करेगी और आने वाले वर्षों में मजबूत और अधिक जीवंत संबंधों की नींव बनाने में मदद करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले पोलैंड जाएंगे जहां वो 21 और 22 अगस्त को रुकेंगे। इसके बाद 23 अगस्त को यूक्रेन का दौरा करेंगे। ऐसा पहली बार हो रहा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन की यात्रा पर जा रहा है। कीव और नई दिल्ली के बीच राजनयिक संबंध 30 साल पहले यानी 1994 में स्थापित हुए थे। पीएम मोदी की ये यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध तेज हो गया है।
भारत का कोई प्रधानमंत्री 45 साल बाद पोलैंड की यात्रा करेगा। उनसे पहले मोरारजी देसाई ने 1979 में पोलैंड की यात्रा की थी। ये यात्रा उस समय हो रही है जब भारत-पोलैंड राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। बता दें कि पोलैंड में भारतीय समुदाय की संख्या लगभग 25,000 है, जिसमें करीब 5,000 छात्र शामिल हैं।