नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को संसद भवन में एक सर्वदलीय बैठक में बंगलादेश में राजनीतिक घटनाक्रम पर गहन चर्चा की तथा राष्ट्रीय आम सहमति कायम करने की कोशिश की। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बंगलादेश की मौजूदा स्थिति और बंगलादेश में सामने आ रहे हालात पर भारत के रुख के बारे में भी जानकारी दी। विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में संसद भवन में हुई बैठक की तस्वीरें भी साझा कीं। उन्होंने कहा, “बंगलादेश में चल रहे घटनाक्रम के बारे में आज संसद में एक सर्वदलीय बैठक में जानकारी दी गयी। सर्वसम्मति से दिये गये समर्थन और समझ की सराहना करते हैं।”
बैठक में एस जयशंकर के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू , विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अन्य लोग शामिल हुये। समझा जाता है कि बैठक में ही तय हुआ है कि विदेश मंत्री संसद के दोनों सदनों में बंगलादेश की स्थिति को आज अपराह्न बयान देंगे। वह लोक सभा में अपराह्न साढ़े तीन बजे बयान देंगे।
सरकारी सेवाओं में आरक्षण को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच अवामी लीग नेता एवं प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के एक दिन बाद यह बैठक हुई है, जिसके बाद बंगलादेश के सेना प्रमुख जनरल वेकर-उज़्ज़मान ने सत्ता के सूत्र संभाल लिये हैं। इस बीच, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है, जिसमें बंगलादेश की राजनीतिक स्थिति और भारत पर इसके प्रभाव पर चर्चा कराने की मांग की गयी है।