फगवाड़ा। पंजाब के फगवाड़ा में लगभग दो साल पहले दलितों के खिलाफ हुई हिंसा में गिरफ्तार चार ‘हिंदुत्ववादी‘ नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर आज यहां जनरल समाज मंच के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गये और शहर की दूकानें बंद करा दी गईं। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को उनकी जमानत याचिका रद्द कर दी थी। जनरल समाज मंच, पंजाब के कार्यकर्ता आज इन नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर गांधी चौक पर धरने पर बैठे जिसके बाद बाजार बांसावाला, महाबीर बाजार, बंगा रोड, गांधी चौक, गौशाला बाजार, पुराना डाकखाना मार्ग, सुभाष नगर इलाकों शहर पुलिस थाना के निकट इलाकों की दुकानें बंद करा दी गईं।
शिवसेना नेता इंद्रजीत करवाला, शिवी बट्टा, अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति नेता दीपक भारद्वाज और भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता राजू चहल को 15 अप्रैल 2018 को गिरफ्तार किया गया था। मंच के नेताओं अवतार सिंह मांड, विपिन शर्मा आदि ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि जमानत अर्जी खारिज होने का कारण पुलिस की तरफ से अदालत में दाखिल हलफनामा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, कपूरथला, सतिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने अदालत में कानून का पालन करते हुए आवश्यक दस्तावेज दाखिल किये हैं।
लगभग तीन घंटे बाद तब धरना उठाया गया जब उप विभागीय अधिकारी गुरविंदर सिंह जोहल और पुलिस अधीक्षक मनविंदर सिंह धरनास्थल पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने इन अधिकारियों को एक ज्ञापन दिया। जबकि गिरफ्तार नेताओं के चार परिजनों ने कहा कि रिहाई न होने की सूरत में वह आंदोलन तेज करेंगे। 13 अप्रैल 2018 को फगवाड़ा के गोल चौक कुछ दलित संगठनों के पर डॉ बी आर अंबेडकर की तस्वीर वाला फ्लेक्स बैनर लगाने और इसे संविधान चौक का नाम देने के बाद फगवाड़ा में हिंसा भड़की थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा तीन अन्य घायल हो गये। प्रकरण में, बाद में 16 मई को कुछ दलित कार्यकर्ता भी गिरफ्तार हुए थे और मामले की जांच के बाद उन्हें पर रिहा किया गया था।