कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दोहराया कि वह अपने जीवित रहने तक जनता के हित में काम करेंगी तथा राज्य में नागरिकता संशोधन कानून राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अनुमति नहीं देंगी। सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में आज उत्तरी 24 परगना जिले के मध्यमग्राम से बनर्जी की अगुवाई में दोपहर एक बजे विशाल रैली निकाली गयी जो बारासात कचहरी मैदान पर समाप्त हुई। उन्होंने कहा, जब तक मैं जिंदा हूं, जनता के हित में काम करुंगी। मैं सीएए-एनसीआर-एनपीआर की मंजूरी नहीं दूंगी।
उन्होंने दावा कि बंगाल में प्रजातांत्रिक और शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन की शुरुआत की गयी है। उन्होंने घोषणा की कि तृणमूल छात्र परिषद रानी रासमणि एवेन्यू में शुक्रवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेगी। बनर्जी ने कहा, हमने सितम्बर 2019 में राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है कि हम राज्य में सीएए-एनआरसी-एनआरपी को स्वीकार नहीं करेंगे। हम जाति, वर्ग अथवा धर्म के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव नहीं करते। हम संयुक्त भारत और संयुक्त बंगला की भावना में विश्वास करते हैं। सर्व धर्म सदभाव हमारा सिद्धांत है। हम सबके साथ मिलकर काम करेंगे। कुछ लोग गलत सूचनाएं फैला रहे हैं। उनके जाल में नहीं फंसना है।